गोवर्धन पूजा 2021
5 नवंबर
गोवर्धन पूजा पर्व तिथि - शुक्रवार, 5 नवंबर 2021
गोवर्धन पूजा सायं काल मुहूर्त -
प्रतिपदा तिथि प्रारंभ - 02:44 (5 नवंबर 2021) से
गोवर्धन पूजा-:दीपावली हिन्दुओं का सबसे बड़ा त्योहार है।यह 5 दिनों में मनाया जाता है।
दीवाली के एक दिन बाद,गोवर्धन पूजा के रूप में जाना जाता है।लोग इस पर्व को अन्नकूट के नाम से भी जानते हैं| इस त्यौहार का पौराणिक महत्व है| इस पर्व में प्रकृति एवं मानव का सीधा संबंध स्थापित होता है| इस पर्व में गोधन यानी गौ माता की पूजा की जाती है| शास्त्रों में बताया गया है कि गाय उतनी ही पवित्र हैं जितना माँ गंगा का निर्मल जल| इस दिन किसान गाय, भैंस, बकरी
आदि की पूजा करते हैं।दूध बेचने वाले भी अपनी दूध की दुकान सजाते हैं।
वे अपने जानवरों को नहलाते हैं।और उनकी पूजा करते हैं.आज के दिन दूध नहीं बेचा जाता है.दूध से पकवान आदि बनाये जाते हैं.
गोवर्धन पूजा की कहानी-:द्वापर युग मैं जब श्री कृष्णजी जब गोकुल में लीलाएं किया करते थे एक बार श्री कृष्णा ने देवताओं के राजा इंद्र का घमंड तोड़ने के लिए,गांव के लोगों से इन्द्र की पूजा करना बंद कर दिया.
जिससे इंद्र नाराज हो गए और गोकुल गाँव पर वर्षा करना प्रारम्भ कर दी |कई दिनों की घनघोर बारिश से गोकुल गाँव डूबने लगा |
तब .कृष्णजी ने लोगों की रक्षा के लिए गोवर्धन पर्वत को अपने हाँथ की छोटी ऊँगली पर उठा लिया.
और सभी ग्रामवासिओं को उस गोवर्धन पर्वत के नीचे आने को कहा,जिससे सबकी रक्षा हुई |
देवताओं के राजा इंद्र ने भी हार मानने के बाद कृष्णजी से अपने इस ब्यवहार के लिए माफ़ी मांग ली |और ये घोषणा की कि आज के दिन को गोबर्धन दिन के नाम से जाना जाएगा |
और जो गोवर्धन की पूजा करेगा उसे जीवन में कभी परेशानी नहीं होगी,तब से ये परंपरा चली आ रही है|गोवर्धन पर्वत उठाने के कारण कृष्ण जी का एक और नाम गिरीधर पड़ा |
गोवर्धन पूजा विधि
इस पर्व में हिंदू धर्म के मानने वाले घर के आंगन में गाय के गोबर से गोवर्धन जी की मूर्ति बनाकर उनका पूजन करते हैं| इसके बाद ब्रज के साक्षात देवता माने जाने वाले भगवान गिरिराज को प्रसन्न करने के लिए उन्हें अन्नकूट का भोग लगाते हैं| गाय- बैल आदि पशुओं को स्नान कराकर फूल माला, धूप, चन्दन आदि से उनका पूजन किया जाता है| गायों को मिठाई का भोग लगाकर उनकी आरती उतारी जाती है तथा प्रदक्षिणा की जाती है| कार्तिक शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को भगवान के लिए भोग व यथासामर्थ्य अन्न से बने कच्चे-पक्के भोग, फल-फूल, अनेक प्रकार के खाद्य पदार्थ जिन्हें छप्पन भोग कहते हैं का भोग लगाया जाता है| फिर सभी सामग्री अपने परिवार व मित्रों को वितरण कर प्रसाद ग्रहण किया जाता है|
श्री गोवर्धन आरती
श्री गोवर्धन महाराज, ओ महाराज,
तेरे माथे मुकुट विराज रहेओ ।
तोपे पान चढ़े तोपे फूल चढ़े,
तोपे चढ़े दूध की धार ।
तेरी सात कोस की परिकम्मा,
चकलेश्वर है विश्राम ।
तेरे गले में कंठा साज रेहेओ,
ठोड़ी पे हीरा लाल ।
तेरे कानन कुंडल चमक रहेओ,
तेरी झांकी बनी विशाल ।
गिरिराज धारण प्रभु तेरी शरण ।
अन्नकूट सब्जी सामग्री -:
आलू , बैगन, फूल गोभी , सेम , सैगरी , गाजर, मूली , टिन्डे, अरबी, भिन्डी, परवल , शिमला, मिर्च , लौकी कच्चा , केला, कद्दू , टमाटर |
मसाला
अदरक ,हरी मिर्च ,हरी मैथी ,तेल ,हींग ,जीरा ,हल्दी पाउडर,धनियां पाउडर,लाल मिर्च,अमचूर पाउडर,गरममसाला ,नमक ,हरा धनियां ,
अन्नकूट बनाने की विधि -
सभी सब्जियों को साफ पानी से धो लें उसके बाद सभी का पानी सूख जाने दें फिर सभी सब्जियों को काट लें फिर एक काढ़ाई को गैस में रख के उसमें तेल डाले तेल गर्म होने के बाद उसमें जीरा डालकर गर्म कर लें उसके बाद उसमें कटे अदरक, हरी मिर्च डालकर हल्का लाल होने तक पका लें फिर टमाटर पकने दें टमाटर जब पक जाए तो सारी सब्जियों को एक साथ डाल दें फिर स्वादानुसार नमक का इस्तेमाल करें उसके बाद जब सब्जियां हल्की पक जाएं तो उसमें सारे मसाले पाउडर डाल दें. उसके बाद जब सब्जी पक जाए तो उसमें हरी धनिया डाल कर सब्जी को गैस से उतार लें. लो बनकर तैयार है आपकी अन्नकूट की सब्जी.
जय श्री कृष्णा....
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हर ख़ुशी आपके द्वार आये ,
हर गम आपसे दूर चला जाए |
गोवर्धन पूजा में कृष्णा की कृपा पाएं
और ये त्यौहार, ख़ुशी से मनाये.
गोवर्धन पूजा की शुभकामनाएं 2021
💓 😅😇😑😛
गोवर्धन पूजा के इस पावन अवसर पर
आपको और आपके परिवार को ढेरों शुभकामनाएं.
happy goverdhan pooja 2021